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CF - Generations of Computer

Computer जगत में किये गए बदलाव को Generation कहा जाता है | Computer Generations को पांच भागों में बाँट दिया गया है |


Types of Generations in Hindi

  • First Generation(1942-1955 Vacuum Tubes)
    • ENIAC(Electronic Numerical Integrator and Calculator)
    • EDVAC(Electronic Discrete Variable Automatic Computer)
  • Second Generation(1955-1964 Transistors)
  • Third Generation(1964-1975 Integrated Circuits(IC))
  • Fourth Generation(1975-मौजूद Microprocessor)
  • Fifth Generation(1990-मौजूद Artificial Intelligence)

First Generation(1942-1955 Vacuum Tubes)

ENIAC

पहला electronic computer 1946 में USA के University of Pennsylvania में बनाया गया था | ये computer; John Eckert और John Mauchy ने बनाया गया | इस computer को ENIAC(Electronic Numerical Integrator and Calculator) ये नाम दिया गया था | इस computer की size 30-50 feet लंबी और वजन 30 tons था | इसमे 18000 vacuum tubes, 70000 registers और 10000 capacitors थे | इसे चलाने के लिए 150000 watts; electricity लगती थी |

EDVAC

EDVAC(Electronic Discrete Variable Automatic Computer) का अविष्कार 1950 में किया गया | ये ENIAC से कुछ अलग था | इसमे data को store और instruction दिए गए थे | ये decimal के बजाय binary था | John Eckert और John Mauchy ने इसे बनाने की शुरुआत 1946 के अगस्त में की | इसे बनाने के लिए लगभग US$100000 लगे थे|


फायदे :
  • उन दिनों के दौरान केवल vacuum tubes ये electronic components थे |
  • केवल vacuum tubes की मदद से electronic digital computer बनाया गया था |
  • कुछ milliseconds में ये computer; data को calculate करता था |
नुकसान :
  • हजारों vacuum tubes के कारण ये बहुत ही गरम होता था |
  • ये size में काफी बड़ा था |
  • इसे चलाने के लिए बहुत ही electricity लगती थी |
  • ज्यादा गरम होने के कारण इसे ठंडा करने के लिए air conditioning system को इस्तेमाल किया जाता था |
  • ये कहा पर भी ले जाने के लायक नहीं था |
  • इसमें सिर्फ machine language का ही उपयोग किया जाता था |
  • इसकी magnetic system काफी कम data storage; को provide किया जाता था |
  • इसमें punch card का इस्तेमाल किया जाता था |
  • इसकी speed काफी धीमी थी |
  • व्यावसायिक स्थितियों में इसका कम इस्तेमाल किया जाता था |
  • इसे बनाने का मूल्य बहुत ही ज्यादा था |

Second Generation(1955-1964 Transistors)

Second generation में computer में transistors का इस्तेमाल किया गया था | transistor का अविष्कार 1947 में Bell laboratories में किया गया | इसे बनाने में John Barden, William Brattain और William Shockley ने योगदान दिया था | इसमे vacuum tubes की जगह पर transistors का इस्तेमाल करने से इसकी size भी काफी कम हो गयी थी |

फायदे :
  • First generation के अनुसार इसकी size काफी कम थी |
  • व्यावसायिक स्थितियों में इसका ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था |
  • कम electricity इस्तेमाल करने की वजह से ये ज्यादा गरम भी नहीं होता था |
  • First generation के अनुसार ये कहा पर भी ले जाने के लायक था |
  • Machine Language के बजाय इसमें Assembly Language का इस्तेमाल किया गया था |
नुकसान :
  • अगर ये गरम हो जाता है तो इसके लिए कोई air conditioning system नहीं था |
  • व्यावसायिक स्थिति में ये अलग था |
  • कुछ विशिष्ट कामो के लिए ही इस्तेमाल किया जाता था |
  • बहुत ही महंगा था |
  • input के लिए punch cards का इस्तेमाल किया जाता था |

Third Generation(1964-1975 Integrated Circuits(IC))

Third generation computer में Integrated Circuits(IC) का इस्तेमाल किया गया था | इसका अविष्कार 1958 में Jack Kilby ने किया था | ये computer जगत का काफी महत्वपूर्ण अविष्कार था | बाद में इसे 1961 में इस्तेमाल किया गया | IC की size; ¼ square inch थी | एक IC में लगभग हजारों transistors समाविष्ट किये जाते थे | इसकी वजह से computers size में छोटे, गतिशील और ज्यादा महंगे भी नहीं थे |

फायदे :
  • Second generation से काफी छोटा था |
  • ज्यादा electricity का इस्तेमाल नहीं करता था |
  • first और second generation के मुकाबले ज्यादा गरम नहीं होता था |
  • गरम होने से बचने के लिए fan का इस्तेमाल किया जाता था |
  • high-level language का इस्तेमाल करता था |
  • काफी अच्छा data storage था |
  • ज्यादा महंगा नहीं था |
  • व्यावसायिक क्षेत्रों में बढ़िया काम करता था |
  • Input के लिए punch cards के बजाय mouse और keyboard का इस्तेमाल किया जाता था |
नुकसान :
  • IC chips का निर्माण करने के लिए अत्याधुनिक technology का इस्तेमाल किया जाता था |

Fourth Generation(1975-मौजूद Microprocessor)

Fourth generation के लिए Microprocessor का इस्तेमाल किया गया है | Microprocessor में हजारों ICs का समावेश किया गया है | Intel ने 1971 में पहला microprocessor का निर्माण किया गया | इसका निर्माण Ted Hoff द्वारा किया गया था | इसे Intel 4004 ये नाम दिया गया था | Intergrated Circuits को improved करके इसका निर्माण किया गया | इसका design LSI (Large Scale Integration) circuit and VLSI (Very Large Scale Integration) circuit था | इसकी वजह से computer की size बहुत ही कम हो गयी थी | इस microprocessor की size लगभग एक square inch थी |

फायदे :
  • Third generation से बहुत ही शक्तिशाली था |
  • Size का बहुत छोटा था |
  • processing में बहुत ही गतिशील था |
  • कम electricity का इस्तेमाल करता था |
  • Computer को ठंडा करने के लिए cooling system था |
  • व्यावसायिक क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाता था |
  • सभी generations से काफी सस्ता था |
  • High level languages के सभी प्रकारों का इस्तेमाल किया जाता था |
नुकसान :
  • Microprocessors का निर्माण करने के लिए नए technology का इस्तेमाल करना पड़ता था |

Fifth Generation(1990-मौजूद Artificial Intelligence)

Fifth generation में Artificial Intelligence का technique ये बहुत ही बड़ी सफलता थी | ये computer; मानव की भाषा और तर्कों को समझता है | इसके लिए इसमे अलग-अलग sensors का इस्तेमाल किया गया है | Scientists अभी भी इसे improve करने के लिए प्रयास कर रहे है |